पलकें झुकें , और नमन हो जाए.......!!
मस्तक झुके, और वंदन हो जाए......!!
ऐसी नज़र, कंहाँ से लाऊँ, मेरे कन्हैया .......!!
कि ......
आप को याद करूँ ,और आपके, दर्शन हो जाए......!!
जय श्री कृष्णाकृषण की महिमा, कृषण का प्यार;
कृषण में श्रधा, कृषण से ही संसार;
मुबारक हो आप सबको जन्मआष्ट्मी कृष्ण गोविन्द गोविन्द गोपाला.
भजो मुरली मनोहर नन्दलाला
भजो प्रेम अगाधे श्रीराधे.
जेहि रसिक शिरोमणि आराधेका त्योहार!

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