एक जगह है
जहा में सुकून पाती हू....
एक जगह हे
जहा में खुद से मिलने आती हू...
यहाँ शोर हे तो बस ताज़ी खुली हवाओ का....
यहाँ भीड़ हे कुछ नन्हें मासूम दोस्तों की....
यहाँ रोशन हे अँधेरे
तारो की महेफिल से .....े
यहाँ ठहराव हे तो बस
कुछ शांति भरे पलो मे....
यहाँ उन्चईया हे उड़ानों की
यहाँ गहेराइया हे दुआ ओ की
यहाँ रंग हे रिश्तों के
यहाँ महक हे जजबात की....
यहाँ प्यार की छँआव हे
यही सपनों की नाव हे....
शहर से अलग ये हमारा
हमारा ही गाव हे.......

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