मैं सभी प्राणियों को सामान
रूप से देखता हूँ; ना कोई मुझे कम प्रिय
है ना अधिक. लेकिन जो मेरी प्रेमपूर्वक
आराधना करते हैं वो मेरे भीतर रहते हैं
और मैं उनके जीवन में आता हूँ.

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